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Showing posts from January, 2021

Videos for Awareness 1

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  1. The Story of Stuff   2. Trade : The root of most of the evil on the Earth 3. Life in Ladakh, Himalaya : Video is made around before 20 years.  Life in Himalayas around before 50 years and after. With the time, life changed with the interference of government and modern culture and so called progress. When I looked up around,  I found that it is the story of the most of the part of the world. Village life has changed almost same way everywhere.  4. The Zeitgeist Movement Orientation Presentation 

विश्व एक कुटुंब है

  प्रेम आधारित समाज    रचना   -   Gift Economy वसुधैव कुटुम्बकम ( विश्व एक कुटुंब है ) वसुधैव कुटुम्बकम इस वाक्य को काफी लोग इस्तेमाल करते है पर कितने लोग सही में इसके मूल अर्थ को समजते है? कुछ लोग तो बिना समजे इस पर लम्बा भाषण भी देते है. वसुधैव कुटुम्बकम जो की मूल संस्कृत वाक्य है .  ऋषि मुनिओने   १००० साल से ज्यादा समय   पहले इस विचार को या इस भावना को प्रस्तुत  किया था. यह भावना/विचार के अनुरूप लोग जिए और उसके आधारित समाज रचना बने तो ही इस जगतमे कायमी तौर पे सुख बना रहे गा .    पूरा विश्व एक कुटुंब की तरह कैसे जिए यह समजने के लिए जरुरी बातों को एक  आदर्श  कुटुंब की व्यवस्था की मदद से समजते है.      १. कुटुंब मे हर कोई अपना होता है : इस विश्वमे हम हमारे छोटे कुटुंब को छोड़कर किसीको भी अपना नहीं मानते. अपने कुटुंब और समाज की और से सीधा या अप्रत्यक्ष रूप से हमें दूसरो को अपने नहीं मानने का सिखाया जाता है. यह मेरा, वह तेरा ऐसे स्पष्ट भेद दिखाए जाते है. ऐसे ही दुसरे अनेक प्रकार के भेद हमको समजाए जाते है, जैसे की, जातिवाद, ईश्वरवाद, धर्मवाद, प्रदेशवाद, राष्ट्रवाद वगेरह. में सिख हु, वह ख्र